भंग हुई हरियाणा विधानसभा; सैनी सरकार ने की सिफारिश?
हरियाणा सरकार की सिफारिश के बाद राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने गुरुवार को 14वीं विधानसभा भंग कर दी। विधानसभा सचिवालय की ओर से इसकी अधिसूचना भी जारी कर दी गई। अब सीएम नायब सिंह सैनी अगली सरकार का गठन होने तक कार्यवाहक सीएम के तौर पर काम करेंगे। वे कोई नीतिगत फैसले नहीं ले पाएंगे। हालांकि, आपातकालीन स्थिति में वह फैसले लेने के लिए अधिकृत होंगे। नायब सैनी सरकार का कार्यकाल तीन नवंबर तक था। इस लिहाज से करीब 52 दिन पहले विधानसभा भंग की गई है।
मुख्यमंत्री नायब सैनी के नेतृत्व वाली मंत्रिपरिषद ने बुधवार को राज्यपाल से विधानसभा भंग करने की सिफारिश करी थी। यह फैसला इसलिए लिया गया है, ताकि विधानसभा की अंतिम बैठक से छह महीने की अवधि समाप्त होने से पहले सदन को बुलाने से बचा जा सके। हरियाणा विधानसभा की अंतिम बैठक 13 मार्च को हुई थी और 12 सितंबर से पहले सत्र बुलाने की आवश्यकता पड़ गई थी। विधानसभा के भंग होते ही नायब सिंह सैनी सरकार के लिए संवैधानिक संकट टल गया। राज्यपाल की मंजूरी मिलने के बाद वह कार्यवाहक मुख्यमंत्री की भूमिका में रहेंगे।