शिशिर का चहेता शशांक शुक्ला वेब मीडिया में कर रहा खेल…. संजय प्रसाद जी ये कैसा न्याय ।
उत्तर प्रदेश सरकार में बैठे बड़े और दिग्गज अधिकारी जिनकी वजह से विभाग में इतनी धांधली की जा रही है की करोड़ों की संपत्ति बना ली आज हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश के सूचना भवन की जहां से सभी न्यूज़ चैनल न्यूज़ पेपर और न्यूज वेबसाइटों को विज्ञापन के रूप में न्यूज़ संस्थान को चलाने वाले व्यक्ति की मदद की जाती है किंतु यह मदद सिर्फ और सिर्फ कागजों पर ही सीमित रहती है । जी हां हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश के सूचना निदेशक शिशिर सिंह की आप देख सकते हैं किस तरह से एक दैनिक अखबार ने शिशिर सिंह के बारे में यह लिखा है ।
शशांक शुक्ला ने मानक विहीन वेबसाइट को करवा दिया सूचीबद्ध
वर्ष 2022 में वेब मीडिया की सूचीबद्धता में कई ऐसी वेबसाइट सूचीबद्ध कर दी गई जिनका प्रकाशन तक सही से नहीं हो रहा है। प्रमाणों के मुताबिक शशांक शुक्ला ने एक ऐसी वेबसाइट को सूचीबद्धता प्रदान करवा दी। जिसका 2 वर्ष भी पूर्ण नहीं हुआ जोकि मानक के विरुद्ध है। सूचना निदेशक और विभाग के अन्य उच्च अधिकारी भी इस भ्रष्ट कर्मचारी की करतूत से अनभिज्ञ हैं।
एक न्यूज वेबसाइट में उन सभी अधिकारियों के भ्रष्टाचार को उजागर किया है यह अधिकारी वेब विभाग के हैं जो अपनी मर्जी से किसी भी वेबसाइट को इंप पैनल कर देते हैं और जो वेबसाइट संचालक दिन-रात कड़ी मेहनत करके वेबसाइट को एक अच्छे मुकाम तक पहुंचाने का काम करते हैं उन वेबसाइट के संचालक अधिकारियों के केबिन के चक्कर लगा लगाकर थक जाते हैं उन्हें इतनी कमियां बता दी जाती हैं कि वह थक हार कर हार मान लेते हैं और यह भ्रष्ट अधिकारी अपनी मर्जी से सारा काम करते हैं
आप को बता दे कि साल 1997 बैच के PCS ऑफिसर शिशिर सिंह हर सरकार के करीबी रहे हैं। शिशिर का 2019 में PCS से IAS में प्रमोशन हुआ। बलिया के रहने वाले शिशिर भाजपा सरकार में सूचना डायरेक्टर है किंतु इसके पहले सपा और बसपा सरकार में भी ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में डीसीओ, नोएडा में एडीएम और लखनऊ में हिंदी संस्थान के डायरेक्टर, सांस्कृतिक विभाग के डायरेक्टर और भाषा विभाग में विशेष सचिव रह चुके हैं।