
5 नवम्बर को अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान होने हैं, और पूरी दुनिया की नजरें इस पर टिकी हुई हैं कि अमेरिकी मतदाता किसे वॉइट हाउस की चाबी सौंपते हैं। भारत में भी यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस में से कौन सा नेता नई दिल्ली के लिए अधिक फायदेमंद होगा। भारतीय विदेश मंत्री डॉ. सुब्रहमण्यम जयशंकर ने इस सवाल का जवाब दिया है।
ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर पहुंचे जयशंकर ने कहा कि भारत को इस बात का पूरा भरोसा है कि चुनावों के परिणाम चाहे जैसे भी हों, भारत-अमेरिका रिश्ते आगे बढ़ते रहेंगे। उन्होंने कहा, “हमने पिछले 5 अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यकालों में हमारे द्विपक्षीय रिश्तों में लगातार प्रगति देखी है, जिसमें ट्रंप का कार्यकाल भी शामिल है। इसलिए हम यह पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि जो भी चुनावी परिणाम आएंगे, भारत और अमेरिका के रिश्ते मजबूत होंगे।”
जयशंकर ने विशेष रूप से ट्रंप के कार्यकाल में हुए क्वाड के पुनर्जीवन का उल्लेख किया, जो 2017 में हुआ था। उन्होंने बताया कि ट्रंप के समय ही क्वाड को स्थायी सचिव और मंत्री स्तर तक ले जाया गया था। इस दौरान ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वांग के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में, जयशंकर ने कनाडा के साथ तनाव पर भी प्रतिक्रिया दी और कहा कि कनाडा बिना किसी ठोस जानकारी के आरोप लगाने का एक पैटर्न विकसित कर चुका है