प्रियंका-राहुल की रैलियां का क्या हुआ असर, कांग्रेस को मिला कितना फायदा?

कांग्रेस को उम्मीद है कि उनकी पार्टी से स्टार प्रचारकों प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के चुनाव प्रचार से उन्हें फायदा होगा। फायदा कितना हुआ ये नतीजे बताएंगे। जिन जिलों में राहुल-प्रियंका ने प्रचार किया, उन जिलों मे कांग्रेस का प्रदर्शन कैसा रहा? कितने जिलों में पार्टी की सीटें बढ़ीं? ऐसे सभी सवालों के जवाब हम आपको बताएंगे।
राहुल और प्रियंका के चुनाव प्रचार की बात करें तो। दोनों ने कर्नाटक में कुल 42 चुनावी कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। इनमें रैली, संवाद, जनसभा, नुक्क्ड़ सभा और रोड शो आदि शामिल हैं। इन दौरों से दोनों नेताओं ने कुल 23 जिलों को कवर किया।
क्या रहा राहुल और प्रियंका का चुनावी कार्यक्रम?
कांग्रेस के स्टार प्रचारकों ने कुल 42 चुनावी कार्यक्रमों में प्रचार किया। इनमें से राहुल की ओर से 18 और प्रियंका की ओर से 24 कार्यक्रमों को सम्बोधित किया गया। इन्हीं आंकड़ों को जिलेवार देखें तो दोनों नेताओं ने अपने चुनावी कार्यक्रम में 23 जिले कवर किए, जिनमें 185 विधानसभा सीटें पड़ती हैं।
दोनों नेताओं का जिलेवार चुनाव अभियान
1. मैसूर: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का चुनावी दौरे वाला पहला जिला मैसूर था। यहां गांधी ने मैसूर और कृष्णराजनगर में दो रैलियां कीं। इस जिले में कुल 11 विधानसभा क्षेत्र हैं। पिछली बार कांग्रेस ने यहां तीन, जेडीएस ने पांच और भाजपा ने तीन सीट पर जीत दर्ज की थी।
2. चामराजनगर: चामराजनगर जिले में कुल चार विधानसभा सीटें आती हैं। 2018 विधानसभा चुनावों में यहां भाजपा को एक, कांग्रेस को दो और बसपा को एक सीट मिली थीं। इस बार जिले में हानुर में प्रियंका ने जनसभा की तो राहुल ने चामराजनगर में रैली के जरिए प्रचार किया।
3. चिकमंगलूर: चिकमंगलूर जिले में कुल पांच विधानसभा सीटें आती हैं। 2018 विधानसभा चुनावों में यहां भाजपा को चार और कांग्रेस को एक सीट मिली थी। इस बार जिले में चिकमंगलूर में राहुल तो प्रियंका ने श्रृंगेरी में रैली के जरिए प्रचार किया।
4. धारवाड़: धारवाड़ जिले में कुल सात विधानसभा सीटें आती हैं। 2018 विधानसभा चुनावों में यहां भाजपा को पांच और कांग्रेस को दो सीट मिली थी। इस बार जिले में प्रियंका ने एक रैली और एक रोड शो किया।
5. उत्तर कन्नड़: उत्तर कन्नड़ जिले में कुल छह विधानसभा सीटें आती हैं। 2018 विधानसभा चुनावों में यहां भाजपा को चार और कांग्रेस को दो सीट मिली थी। इस बार जिले में प्रियंका गांधी ने एक रैली को संबोधित किया।
6. बेलगावी: जिले में कुल 18 विधानसभा सीटें पड़ती हैं। गत चुनाव में यहां भाजपा को 10 और कांग्रेस को आठ सीटों पर जीत हासिल हुई थी। इस बार जिले में राहुल ने बेलगावी और चिक्कोडी में तो प्रियंका ने खानपुर और कुदाची में जनसभाओं को संबोधित किया।
7. बागलकोट: बागलकोट जिले में कुल सात विधानसभा क्षेत्र हैं। बीते चुनाव में जिले में भाजपा ने पांच और कांग्रेस ने दो सीट पर जीत दर्ज की थी। इस चुनाव के लिए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने जिले के जामखंडी में एक सार्वजनिक जनसभा की।
8. मंड्या: मंड्या जिले में कुल सात विधानसभा क्षेत्र हैं। बीते चुनाव में जिले में सभी सात सीटों पर जेडीएस ने जीत दर्ज की थी। इस चुनाव के लिए कांग्रेस नेता प्रियंका ने मंड्या में एक रैली की।
9. कोलार: कोलार जिले में कुल छह विधानसभा क्षेत्र हैं। बीते चुनाव में कांग्रेस ने यहां चार, जेडीएस ने एक और एक सीट पर निर्दलीय विजयी रहा था। इस चुनाव के लिए प्रियंका गांधी ने चिंतामणि में तो राहुल गांधी ने कोलार में रैली को सम्बोधित किया।
10. बेंगलुरु ग्रामीण: बेंगलुरु ग्रामीण जिले में कुल चार विधानसभा क्षेत्र हैं। बीते चुनाव में जिले में कांग्रेस ने दो सीट और जेडीएस ने दो सीट पर जीत दर्ज की थी। इस चुनाव के लिए प्रियंका ने जिले के होसाकोटे में एक सार्वजनिक जनसभा को लीड किया।
11. बेंगलुरु शहर: जिले में 28 विधानसभा सीट आती हैं। पिछली बार जिले में भाजपा ने 11 कांग्रेस ने 15 सीट और जेडीएस ने दो सीट पर जीत दर्ज की थी। इस चुनाव के लिए कांग्रेस की स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी ने जिले में (सीवीरमण नगर, महादेवपुर और बेंगलुरु दक्षिण) तीन रैलियां कीं। वहीं, राहुल गांधी ने यहां अनेकल, पुलकेशिन नगर और शिवाजीनगर में जनसभाओं को सम्बोधित किया।
12. विजयपुर: विजयपुर जिले में कुल आठ विधानसभा सीटें आती हैं। 2018 विधानसभा चुनावों में यहां भाजपा को तीन, कांग्रेस को तीन और जेडीएस को दो सीटें मिली थीं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने यहां इंदी क्षेत्र में एक रैली की।
13. गुलबर्गा: गुलबर्गा जिले में कुल नौ विधानसभा क्षेत्र पड़ते हैं। 2018 के चुनावों में भाजपा को चार और कांग्रेस को पांच सीट मिली थी। जिले में प्रियंका ने गुलबर्गा में तो राहुल ने जेवरगी में रैलियों को संबोधित किया।
14. बीदर: जिले में कुल 6 विधानसभा क्षेत्र हैं। पिछले चुनाव में यहां भाजपा को एक, कांग्रेस को चार और जेडीएस को एक सीट मिली थी। इस बार प्रियंका ने बीदर दक्षिण में तो राहुल ने हुमनाबाद में एक-एक जनसभा के जरिए पार्टी का प्रचार संभाला।
15. कोप्पल: जिले में कुल पांच विधानसभा क्षेत्र हैं। पिछले चुनाव में यहां भाजपा को तीन और कांग्रेस को दो सीट मिली थी। इस चुनाव के लिए प्रियंका गांधी ने जिले में कनकगिरी में जनता को सम्बोधित किया।
16. हावेरी: जिले में कुल छह विधानसभा क्षेत्र हैं। 2018 में हुए चुनाव में जिले में भाजपा ने चार और कांग्रेस ने एक सीट और केपीजेपी ने एक सीट पर जीत हासिल की थी। इस चुनाव के लिए जिले में प्रियंका ने हिरिकेरूर और राहुल ने हंगल में एक-एक जनसभा की।
17. दक्षिण कन्नड़: दक्षिण कन्नड़ जिले में कुल आठ विधानसभा सीटें हैं। बीते चुनावों में भाजपा को सात और कांग्रेस को एक सीट हासिल हुई थी। कांग्रेस की स्टार प्रचारक प्रियंका ने जिले में मूडबिदरी क्षेत्र में तो राहुल ने मंगलौर में एक रैली को संबोधित किया।
18. विजयनगर: विजयनगर जिले में कुल चार विधानसभा सीटें आती हैं। पिछले चुनाव में भाजपा को एक और कांग्रेस को तीन सीट पर जीत मिली थी। प्रियंका का अंतिम चुनावी दौरे वाला जिला विजयनगर ही था जहां उन्होंने एक रैली की।
19. दावणगेरे: दावणगेरे जिले में कुल सात विधानसभा सीटें आती हैं। पिछले चुनाव में भाजपा को पांच और कांग्रेस को दो सीट पर जीत मिली थी। इस चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जिले में हरिहर में एक रैली की।
20. शिमोग्गा: जिले में कुल सात विधानसभा क्षेत्र आते हैं। 2018 चुनाव में जिले में भाजपा ने छह और कांग्रेस ने एक सीट पर जीत हासिल की थी। इस चुनाव के लिए कांग्रेस के स्टार प्रचारक राहुल ने शिमोग्गा में एक जनसभा की।
21. तुमकुरु: जिले में कुल 11 विधानसभा क्षेत्र हैं। पिछली बार कांग्रेस ने यहां तीन, जेडीएस और भाजपा ने चार-चार सीट पर भाजपा जीत दर्ज की थी। अपने चुनावी अभियान के दौरान जनता को सम्बोधित करने के लिए राहुल गांधी ने यहां एक जनसभा की।
22. बेल्लारी: जिले में कुल छह विधानसभा क्षेत्र आते हैं। बीते चुनाव में जिले में भाजपा ने तीन और कांग्रेस ने तीन सीट पर जीत दर्ज की थी। इस चुनाव में राहुल गांधी ने यहां एक सार्वजनिक जनसभा की।
23. उडुप्पी: उडुप्पी जिले में कुल पांच विधानसभा क्षेत्र आते हैं। बीते चुनाव में जिले में पांचों सीटों पर भाजपा को जीत मिली थी। इस चुनाव में राहुल गांधी ने यहां मछुआरों से संवाद के जरिए पार्टी का प्रचार किया