'अतीक और अशरफ की हत्या में मुख्यमंत्री की भूमिका की जांच हो' : मौलाना तौकीर रजा

 

इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने प्रयागराज में हुई अतीक अहमद और अशरफ की हत्या पर मुख्यमंत्री की भूमिका पर भी सवाल उठाए। मौलाना ने कहा कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि इस हत्याकांड में मुख्यमंत्री का हाथ है या नहीं। 



उन्होंने कहा कि देश में जंगलराज है। उत्तर प्रदेश में पुलिस और प्रशासन मुख्यमंत्री के नियत्रंण में नहीं है। चेतावनी लहजे में कहा कि यदि पुलिस-प्रशासन मुख्यमंत्री के नियंत्रण में है तो बुधवार को मैं कानून व्यवस्था को लेकर धरना दूंगा, रोककर दिखाएं।

मौलाना तौकीर रजा ने सोमवार को प्रेसवार्त कर कहा कि विकास दुबे से लेकर आज तक जितने एनकाउंटर हुए हैं। उन सभी के दोषी कोई है तो एक ही आदमी है। उस आदमी को 120बी का मुल्जिम जरूर बनाया जाना चाहिए। जो कहता है मिट्टी में मिला देंगे और मिला देता है। 

'मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए'

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर इशारा करते हुए कहा कि उन्होंने खुले पटल पर सदन में यह बात कही है कि मिट्टी में मिला दिया जाएगा, और मिला दिए गए। मुख्यमंत्री जवाब दें, बल्कि उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। वह पूरी तरह फेल हो चुके हैं। 

अतीक-अशरफ हत्याकांड पर कहा कि पुलिस ने एक भी गोली नहीं चलाई, जबकि उन्हें गोली चलानी चाहिए थी। कहा कि पुलिस और गुंडों के बीच गठबंधन बन गया है, जिसकी सरपरस्ती सरकार कर रही है। पुलिस की भूमिका साफ-साफ नजर आ रही है। प्रदेश में यह सब जो हो रहा है, जुल्म नहीं जुल्म की इंतहा है।

धर्म विशेष को आधार बनाकर रची जा रही साजिश'

मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि मैं अतीक-अशरफ की हिमायती नहीं कर रहा है, मगर धर्म विशेष को बुनियाद बनाकर इस तरह की साजिश रची जाती है, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। नहीं तो मुख्यमंत्री बताएं कि ऐसे कितने और माफिया हैं, और उन पर अब तक क्या कार्रवाई की गई। 

मौलाना ने कहा कि हालात तो यह हैं कि मैंने अपने मीडिया प्रभारी मुनीर इदरीसी से प्रेस वार्ता की सूचना भिजवाई तो उनके घर के बाहर नोटिस चस्पा करवा दिया गया।

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