दशहरा के मेले में ग्रेनेड मारने वाले थे आतंकी , 3 अरेस्ट

 
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हैदराबाद पुलिस ने दशहरा के मौके पर आतंकी साजिश रचने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि तीनों आरोपी भीड़ वाली जगहों पर ग्रेनेड फेंकने की साजिश रच रहे थे. गिरफ्तार लोगों की पहचान अब्दुल जाहिद, मोहम्मद समीउद्दीन और माज हसन फारूक के रूप में हुई है. पुलिस के मुताबिक, अब्दुल जाहिद पहले भी हैदराबाद में कई आतंकी घटनाओं से जुड़े मामलों में शामिल था. साथ ही वह पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के हैंडलर्स से संपर्क में था.


'हैदराबाद में सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश'

2 अक्टूबर को पुलिस ने खुफिया जानकारी के आधार पर मलकपेट से तीनों को गिरफ्तार किया तो उनके पास से 4 हैंड ग्रेनेड बरामद हुए. इसके अलावा सभी के पास से करीब साढ़े 5 लाख रुपये भी जब्त हुए हैं. अब्दुल जाहिद मलकपेट का ही रहने वाला है. समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, हैदराबाद पुलिस ने बताया कि जाहिद को ये ग्रेनेड पाकिस्तान में बैठे हैंडलर्स से ही मिले. वो अपने ग्रुप के सदस्यों के साथ ग्रेनेड का इस्तेमाल कर शहर में सांप्रदायिक तनाव और आतंक फैलाने की साजिश कर रहा था. जाहिद को इस पूरी साजिश का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है.

फरार आतंकी फरहतुल्ला घोरी से था संपर्क

इंडिया टुडे से जुडे़ अब्दुल बशीर की रिपोर्ट के मुताबिक, जाहिद पहले भी आतंकी हमलों में शामिल रहा है. साल 2005 में बेगमपेट में हैदराबाद सिटी पुलिस कमिश्नर के टास्क फोर्स ऑफिस पर आत्मघाती हमला हुआ था. जाहिद इस मामले में भी आरोपी है. गिरफ्तारी के बाद तीनों ने पूछताछ में बताया कि पाकिस्तान में बैठा लश्कर का आतंकी फरहतुल्ला घोरी इसका मास्टरमाइंड था. फरहतुल्ला घोरी लंबे समय से भारत से फरार है. वह साल 2002 में गुजरात के अक्षरधाम मंदिर पर हमले का आरोपी है.

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पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक़, अब्दुल जाहिद ने बताया कि आतंकी फरहतुल्ला घोरी, अबु हमजला और अब्दुल माजिद ने उससे संपर्क किया था. साथ ही हैदराबाद में आतंकी हमले को लेकर लोगों की भर्ती करने के लिए पैसे भी दिए. पाकिस्तान में रह रहे ये तीनों आतंकी हैदराबाद के ही रहने वाले हैं. तीनों आतंकी पहले कई स्थानीय युवाओं को आतंकी हमलों के लिए भर्ती कर चुके हैं. साल 2002 में दिलसुखनगर में साईंबाबा मंदिर के नजदीक ब्लास्ट हो, मुंबई के घाटकोपर में बस पर हमला हो, 2005 में बेगमपेट का हमला, इन सबमें इन्हीं के भर्ती किए गए लोकल लोगों का हाथ था.

अगस्त महीने में खुफिया एजेंसियों ने फरहतुल्ला घोरी को लेकर अलर्ट जारी किया था. रिपोर्ट बताती है कि पाकिस्तान की ISI फरहतुल्ला के लोकल नेटवर्क के सहारे भारत में आतंकी हमले करवाने की साजिश रच रही है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने फरहतुल्ला घोरी उर्फ अबू सूफियान को UAPA कानून के तहत आतंकी घोषित किया हुआ है. 38 हार्डकोर आतंकियों की सूची में वह 18वें स्थान पर है.