ट्विटर पर टिप्पणी से कुछ नहीं होगा पहले कुछ करके दिखाएं ,राहुल पर सीतारमण का हमला

संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण के बजट पेश करने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस बजट को शून्य करार दिया था। अब राहुल गांधी की प्रतिक्रियाओं पर वित्त मंत्री ने अपनी बात रखी है। वित्त मंत्री ने राहुल गांधी को निशाने पर लेते हुए कहा कि पर ट्प्णी करने से कुछ नहीं होता वो पहले कुछ कर के दिखाएं। वित्त मंत्री ने कहा, 'मुझे उन लोगों पर दया आती है जो बहुत जल्दी प्रतिक्रिया देते हैं। सिर्फ इसलिए कि आप ट्विटर पर कुछ टिप्पणी करना चाहते हैं, यह आपके काम नहीं आएगा। पहले उन्हें कांग्रेस शासित राज्यों में कुछ करना चाहिए और तब इसके बाद इसके बारे में बोलना चाहिए।'
इससे पहले राहुल गांधी ने कहा था कि आम बजट में वेतनभोगी वर्ग, मध्य वर्ग, गरीबों, किसानों, युवाओं और छोटे कारोबारियों के लिए कुछ नहीं है। राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा था 'मोदी सरकार के बजट में कुछ नहीं है. मध्य वर्ग, वेतनभोगी वर्ग, गरीब और वंचित वर्ग, युवाओं, किसानों और एमएसएमई के लिए कुछ नहीं है।'
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब वित्त मंत्री से राहुल गांधी की टिप्पणियों के बारे में पूछा गया तब उन्होंने कहा कि देश के सबसे पुराने राजनीतिक दल के नेता ने बिनमा होमवर्क किए बजट पर टिप्पणी की है। उनको पहले उन राज्यों की फिक्र करनी चाहिए जहां उनकी पार्टी का शासन है। वो उन योजनाओं को लागू करें जिनकी घोषणा केंद्र ने की है। पंजाब, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ पर वो ध्यान दें
crossorigin="anonymous">कांग्रेस पार्टी ने आम बजट पेश होने के बाद आरोप लगाया कि सरकार ने देश के वेतनभोगी वर्ग और मध्य वर्ग को राहत नहीं देकर उनके साथ ''विश्वासघात'' किया है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, ''भारत का वेतनभोगी वर्ग एवं मध्य वर्ग महामारी, वेतन में चौतरफा कटौती और कमरतोड़ महंगाई के इस दौर में राहत की उम्मीद कर रहा था।
वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री ने एक बार फिर से अपने प्रत्यक्ष कर से संबंधित कदमों से इन वर्गों को बहुत निराश किया है।'' उन्होंने आरोप लगाया कि यह वेतनभोगी वर्ग और मध्य वर्ग के साथ विश्वासघात है। सुरजेवाला ने यह सवाल भी किया कि क्या सरकार ने 'क्रिप्टो करेंसी' से होने वाली आय पर कर लगाकर 'क्रिप्टो करेंसी' को बिना विधेयक लाए ही वैध करार दिया है?