पत्रकार के सवाल पर असहज नजर आई वित्त मंत्री सीतारमण

 गोलमोल जवाब लगता है तो भाषा की दिक्कत हो सकती है, वित्त मंत्री सीतारमण
 
पत्रकार के सवाल पर वित्त मंत्री सीतारमण ने दिया गोलमोल जवाब ,आइए जानते है
देश समाचार

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को 2022-23 के लिए बजट पेश किया। इस बजट से उम्मीद लगाए बैठे मध्यम वर्ग के लोगों का हाथ खाली रह गया। वित्त मंत्री ने कहा कि टैक्स स्लैब में बदलाव ना कर पाने की वजह से मैं माफी चाहती हूं, कई बार लोगों को भी इंतजार करना पड़ता है। हालांकि बजट पेश करने के बाद जब निर्मला सीतारमण मीडिया को संबोधित कर रही थीं, तब एक सवाल पूछे जाने पर वह असहज नजर आईं।

बजट पेश करने के बाद मीडिया को संबोधन करने के दौरान जब एक पत्रकार ने सवाल पूछते हुए कहा कि महंगाई से जुड़ा जो सवाल पूछा गया था, उसका आपने गोलमोल जवाब दिया है, जो लोगों की समझ में नहीं आया। इसके अलावा रोजगार पर सरकार ने कहा था कि 2 करोड़ रोजगार देंगे, इसके उल्टा रोजगार घट गए। साथ ही साथ कालाधन वापस लाने को लेकर कोई आंकड़े हैं आपके पास 

इसके जवाब में निर्मला सीतारमण ने कहा कि महंगाई पर मैंने जो जवाब दिया है, वो मैं फिर से दोहराउंगी, लेकिन अगर वो आपको गोलमोल लग रहा है तो मैं किसी और से जवाब दिलाउंगी, क्योंकि मेरे बोलने के तरीके में, हिंदी और इंग्लिश में थोड़ी दिक्कत है। इसमें कोई गोलमोल नहीं है। 

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निर्मला सीतारमण ने कहा कि जब जरूरी चीजों के दामों पर बढ़ोत्तरी होती है तो लोगों को परेशानी होती है। मैं इसे स्वीकार करती हूं। मगर जब खाने के तेल में दिक्कत हुई तो हमने ड्यूटी कम करके पाम तेल बाहर से मंगवाया और इसका असर तेल के दामों पर पड़ा है। इसके साथ ही निर्मला सीतारमण ने कई उदाहरण देते हुए अपनी बातें दोहराने के बाद पत्रकार से पूछा- ‘अगर इसके बाद भी आपको समझ नहीं आया तो मेरे साथ बैठे लोगों में से आप जिनसे चाहें, उत्तर ले लें।’

बेरोजगारी के मुद्दे पर बोलते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से पूरे विश्व में नौकरियों से जुड़ी दिक्कतें आई हैं। हमारे यहां भी परेशानी हुई है। हालांकि आत्मनिर्भर भारत के जरिए बहुत सारी ऐसी घोषणाएं हुई, जिससे लोगों को जॉब भी मिलीं। मैं इससे इंकार नहीं कर सकती कि किसी को फर्क नहीं पड़ा, लेकिन ये भी सच नहीं है कि हमने कुछ किया नहीं है