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साइबर क्राइम
2021 में कुल 64656 केस दर्ज हुए। साल, 2019 से तुलना की जाए, तो यह बहुत ज्यादा हैं। 2019 में 41931 मामले ही दर्ज हुए थे। मुंबई पुलिस कमिश्नर ने इसकी वजह लॉकडाउन के उल्लंघन के दर्ज मामले बताए। लॉकडाउन के उल्लंघन के मामले आईपीसी के सेक्शन 188 के तहत आते हैं। इस सेक्शन में पिछले साल 30843 मामले दर्ज हुए। मुंबई में पिछले साल, 162 मर्डर हुए। अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में 888 रेप के व 2076 मॉलेस्टेशन के केस दर्ज हुए। साल, 2021 में पुलिस ने 331 हथियार जब्त किए। मकोका के तहत 30 आरोपी पकड़े गए। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि मुंबई में अंडरवर्ल्ड कंट्रोल में है। पिछले कुछ सालों में बड़े माफिया या तो प्रत्यार्पित हुए हैं या डिपोर्ट हुए हैं। इनमें एजाज लकड़ावाला, रवि पुजारी, सुरेश पुजारी के नाम प्रमुख हैं। 2021 में कुल 64656 केस दर्ज हुए। साल, 2019 से तुलना की जाए, तो यह बहुत ज्यादा हैं। 2019 में 41931 मामले ही दर्ज हुए थे। मुंबई पुलिस कमिश्नर ने इसकी वजह लॉकडाउन के उल्लंघन के दर्ज मामले बताए। लॉकडाउन के उल्लंघन के मामले आईपीसी के सेक्शन 188 के तहत आते हैं। इस सेक्शन में पिछले साल 30843 मामले दर्ज हुए। मुंबई में पिछले साल, 162 मर्डर हुए। अलग-अलग पुलिस स्टेशनों में 888 रेप के व 2076 मॉलेस्टेशन के केस दर्ज हुए। साल, 2021 में पुलिस ने 331 हथियार जब्त किए। मकोका के तहत 30 आरोपी पकड़े गए। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि मुंबई में अंडरवर्ल्ड कंट्रोल में है। पिछले कुछ सालों में बड़े माफिया या तो प्रत्यार्पित हुए हैं या डिपोर्ट हुए हैं। इनमें एजाज लकड़ावाला, रवि पुजारी, सुरेश पुजारी के नाम प्रमुख हैं।
मुंबई में साइबर क्राइम के 2883 केस दर्ज हुए, जो साल 2020 की तुलना में 455 ज्यादा हैं। साइबर क्राइम के मामले में पुलिस का डिटेक्शन रेट भी बहुत कम हैं। पुलिस पिछले साल सिर्फ 767 आरोपियों को ही गिरफ्तार कर पाई। क्राइम ब्रांच चीफ मिलिंद भारंबे ने इसकी वजह यह बताई कि बहुत से सर्वर देश से बाहर यूज किए गए।मुंबई में साइबर क्राइम के 2883 केस दर्ज हुए, जो साल 2020 की तुलना में 455 ज्यादा हैं। साइबर क्राइम के मामले में पुलिस का डिटेक्शन रेट भी बहुत कम हैं। पुलिस पिछले साल सिर्फ 767 आरोपियों को ही गिरफ्तार कर पाई। क्राइम ब्रांच चीफ मिलिंद भारंबे ने इसकी वजह यह बताई कि बहुत से सर्वर देश से बाहर यूज किए गए।
- अपनी Gmail/Email id का पासवर्ड कही पर ना लिखे और ना ही कोई मोबाइल Notepad App पर लिखें। आईडी पासवर्ड हमेशा याद रखें।
- समय समय पर अपनी आईडी का पासवर्ड बदलते रहे।
- लॉगिन यूजरनेम और पासवर्ड भी गोपनीय रखे।
- मोबाइल फोन और लैपटॉप में Antivirus रखें जो समय समय पर ऑटोमैटिक वायरस को नष्ट करता रहता है।
- मोबाइल या कंप्यूटर किसी दूसरे व्यक्ति को बेचने से पहले Google Account मे जाकर अपनी आईडी Remove जरूर करें।
- अनजान मैसेज लिंक या मोबाइल पर आए नोटिफिकेशन पर बिना जानकारी के क्लिक ना करे उसे remove कर दे।
- मनी ट्रांसफर एप जैसे SBI नेटबैंकिंग, Phone Pay, Google Pay व अन्य जो भी आप उपयोग करते हो काम होने पर तुरंत Logout करे।
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