अवैध लाइसेंस पर हो रहा था पटाखे बनाने का काम? हुआ धमाका, अब तक 9 की मौत।

 
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हापुड़ इंडस्ट्रियल एरिया में एक फैक्ट्री के अंदर तेज धमाके (Hapur Boiler Blast) के बाद लगी आग से 9 लोगों की मौत हो गई जबकि 19 लोग घायल हो गए. हादसा किस वजह से हुआ ये अभी एक पहेली बनी हुई है, क्योंकि लोगों के अलग-अलग दावे हैं. अधिकतर लोग ये कह रहे हैं कि इस फैक्ट्री (Factory) में पटाखे बनाए जाते थे और यह विस्फोट (Explosion) उसी का नतीजा है जबकि कुछ लोगों का कहना है कि अंदर केमिकल का काम चल रहा था और केमिकल में हुए विस्फोट की वजह से ये हादसा हुआ है. धमाका इतनी तेज था कि उसकी आवाज दूर तक गई और इस फैक्ट्री के टिन शेड के परखच्चे उड़ गए. 

इस हादसे ने हापुड़ जिला प्रशासन और पुलिस पर भी सवाल खड़े किए हैं. सबसे अहम सवाल ये है कि आखिर किस तरह से चोरी छुपे अवैध तौर पर फैक्ट्री चलाई जा रही थी, क्योंकि खुद जिला अधिकारी मेघा रूपम व पुलिस के आईजी प्रवीण कुमार का कहना है कि इस फैक्ट्री को इलेक्ट्रॉनिक इक्विपमेंट बनाने की इजाजत थी. लेकिन जिस तरह से आसपास के लोग व प्रत्यक्षदर्शी बता रहे हैं उसके अनुसार इस फैक्ट्री में पटाखे बनाए जा रहे थे या फिर केमिकल का काम चल रहा था. हालांकि पुलिस और प्रशासन दोनों ही फिलहाल जांच की बात कह कर अपनी जिम्मेदारी से बच रहे हैं. 

जिला अधिकारी ने दिए जांच के आदेश

हापुड़ जिला अधिकारी मेघा रूपम का कहना है कि जांच कमिटी बनाई गई है. फॉरेंसिक टीम से जांच कराई जा रही है कि हादसा किस वजह से हुआ. जिस फैक्ट्री में हादसा हुआ, उसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बनाने की इजाजत मिली हुई थी. लेकिन ऐसा बताया जा रहा है कि वहां किसी और चीज की फैक्ट्री चल रही थी. उन्होंने ये भी बताया कि इस हादसे में 9 लोगों की मौत हुई है जबकि 19 लोग घायल हुए हैं. कुछ लोगों को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया है. हमारी प्राथमिकता घायलों को अच्छे से अच्छा उपचार उपलब्ध कराना है.

कब हुआ हादसा

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार ये हादसा शनिवार दोपहर 2 से 2:30 बजे के बीच में हुआ. उस समय फैक्ट्री में लंच का टाइम चल रहा था. अचानक से बहुत तेज धमाका हुआ. जिसकी गूंज दूर-दूर तक गई. धमाके की तीव्रता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इस फैक्ट्री के टिन शेड के परखच्चे उड़ गए. अंदर लोग बुरी तरीके से झुलस गए. मामले की जानकारी पुलिस व फायर विभाग को दी गई. पुलिस का कहना है कि फिलहाल जांच की जा रही है. इस फैक्ट्री में किस चीज का निर्माण होता था ये पता लगाया जा रहा है. पुलिस का कहना है कि फैक्ट्री के मालिक का नाम वसीम बताया जा रहा है, जो खुद हादसे में घायल हुआ है. उसे भी अस्पताल ले जाया गया है.

ड्रोन से भी की गई निगरानी

हापुड़ की जिस फैक्ट्री में हादसा हुआ वहां पर राहत कार्य पूरा होने के बाद ड्रोन से भी निगरानी की गई. पुलिस ने ड्रोन की मदद से ये जानने की कोशिश की कि अंदर कोई फंसा तो नहीं रह गया. अगर कोई फंसा हुआ है तो उसे भी बाहर निकाला जा सके और तुरंत ही अस्पताल पहुंचाया जा सके. 

पड़ोस की फैक्ट्री भी क्षतिग्रस्त, दंपति घायल

हापुड़ की जिस फैक्ट्री में हादसा हुआ, उस फैक्ट्री के धमाके का प्रभाव पड़ोस वाली फैक्ट्री पर भी पड़ा. जिसकी वजह से बराबर वाली फैक्ट्री भी कुछ हद तक क्षतिग्रस्त हुई. वहां काम करने वाला एक दंपति भी घायल हुआ है, जिनका नाम प्रकाश और उनकी पत्नी बीना है. प्रकाश को बेहद मामूली चोट आई है जबकि उनकी पत्नी को ज्यादा चोट आई है.  प्रकाश नीचे काम कर रहे थे. उनकी पत्नी फर्स्ट फ्लोर पर किचन में काम कर रही थीं. 

पीएम मोदी और सीएम योगी ने जताया दुख

इस हादसे पर पीएम मोदी (PM Modi) और यूपी के सीएम योगी (CM Yogi) ने भी दुख जताया है. पीएम मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के हापुड़ (Hapur) की केमिकल फैक्ट्री में हुआ हादसा हृदयविदारक है. इसमें जिन लोगों को जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. घायलों के इलाज और दूसरी हर संभव सहायता में राज्य सरकार तत्परता से जुटी है. वहीं मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों को दुर्घटना (Hapur Boiler Blast) की जांच विशेषज्ञों द्वारा कराने के लिए निर्देशित किया है.