नेता जी की जगह शिवपाल या अखिलेश!

प्रसपा प्रमुख ने कहा अलॉट सीट पर ही हम बैठेंगे. इसको लेकर विधानसभा अध्यक्ष को निर्णय लेना है. लेकिन कुर्सी पहले से ही अलॉट है. अगर करना था तो पहले से ही कर देते. बता दें कि अखिलेश यादव की चिट्ठी मंगलवार को सामने आई थी. उन्होंने चाचा के लिए अगली पंक्ति में सीट की मांग रखी है.
यूपी विधानसभा (UP Assembly) में प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) की कुर्सी को लेकर काफी चर्चा है. पहले समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने इस मामले पर एक पत्र विधानसभा अध्यक्ष को लिखा था. अब इटावा में अखिलेश यादव के द्वारा चाचा की कुर्सी बदलने को लेकर शिवपाल सिंह यादव ने बयान दिया है.
शिवपाल सिंह यादव ने कहा, "हमारी कुर्सी तो पहले से जहां अलॉट है हम वहीं बैठेंगे, यह अधिकार तो अध्यक्ष को है. अगर करना था तो शुरू में ही कहते, अब क्या अब तो एलॉट है. इस दौरान उन्होंने रामपुर से विधायक आजम खान से मुलाकात पर चुप्पी साध ली. उन्होंने इसपर कोई जवाब नहीं दिया.
चिट्ठी में अखिलेश ने की मांग है कि पीएसपीएल अध्यक्ष को अगली पंक्ति में सीट मिले. हालांकि तकनीकी रूप से शिवपाल यादव समाजवादी पार्टी के विधायक हैं. इससे पहले मई में शिवपाल यादव ने पत्र लिखकर अपने लिए अलग सीट की मांग की थी. लेकिन क्योंकि वह समाजवादी पार्टी के विधायक हैं, इसलिए अलग सीट नहीं दी गयी थी.
अखिलेश यादव की मांग
प्रसपा प्रमुख ने कहा अलॉट सीट पर ही हम बैठेंगे. इसको लेकर विधानसभा अध्यक्ष को निर्णय लेना है. लेकिन कुर्सी पहले से ही अलॉट है. अगर करना था तो पहले से ही कर देते. बता दें कि अखिलेश यादव की चिट्ठी मंगलवार को सामने आई थी. उन्होंने चाचा के लिए अगली पंक्ति में सीट की मांग रखी है.
चिट्ठी में अखिलेश ने की मांग है कि पीएसपीएल अध्यक्ष को अगली पंक्ति में सीट मिले. हालांकि तकनीकी रूप से शिवपाल यादव समाजवादी पार्टी के विधायक हैं. इससे पहले मई में शिवपाल यादव ने पत्र लिखकर अपने लिए अलग सीट की मांग की थी. लेकिन क्योंकि वह समाजवादी पार्टी के विधायक हैं, इसलिए अलग सीट नहीं दी गयी थी.