अब सरकारी अस्पताल की फ्री सुविधा बंद, 1 रुपए का पर्चा 100 में, मुफ्त टेस्ट की लगेगी फीस

 
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गैस सिलेंडर महंगा हो गया है. सब्‍ज‍ियों की कीमत आसमान पर हैं. आम आदमी का जीना मुश्‍किल हो गया है. दवाएं तो वैसे ही इतनी महंगी मिलती हैं. अब अगर सरकारी अस्‍पताल में पर्चा भी जो एक रुपए में मिलती थी अब वो 100 रुपए की मिलेगी. जी हां राजधानी लखनऊ में लोगों पर महंगाई की एक और मार पड़ने वाला है. लखनऊ (Lucknow) के डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में शनिवार से अब एक रुपये के पर्चे पर मुफ्त इलाज नहीं मिलेगा.अब यहां मरीजों को जांच व दवाओं के लिए पैसा खर्च करना होगा.

लोहिया संस्थान के अस्पताल ब्लॉक में मरीजों को जांच व दवाओं के लिए पैसा खर्च करना होगा. अभी तक यह सुविधा निशुल्क थी. यही नहीं पर्चा बनवाने के लिए भी अब 100 रुपये देने पड़ेंगे. शासन के आदेश बाद संस्थान प्रशासन आज से नई व्यवस्था लागू कर दी है. मरीजों को हॉस्पिटल ब्लॉक की ओपीडी में अब एक रुपये के पर्चे की जगह 100 रुपये देकर रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. इसी तरह जांचों के लिए भी शुल्क देना होगा और भर्ती होने पर 250 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से शुल्क जमा करना होगा.

बता दें कि लोहिया संस्थान का अस्पताल में वर्ष 2019 में विलय हुआ था. इसके साथ यह फैसला किया गया था कि दो साल तक हॉस्पिटल के सभी विभागों में मुफ्त इलाज की व्यवस्था लागू रहेगी। अब दो साल बीतने के बाद हॉस्पिटल ब्लॉक में भी संस्थान के नियम लागू करने की तैयारी शुरू हो गई है. संस्थान में मरीजों को पर्चे के लिए 100 रुपये शुल्क देना पड़ता है, जबकि अस्पताल ब्लॉक में मरीजों को एक रुपये के पर्चे पर मुफ्त इलाज मिल रहा था.

संस्थान प्रशासन ने दोनों जगह इलाज व जांच शुल्क की व्यवस्था एक करने के लिए प्रस्ताव शासन भेजा था. गौरतलब है कि हॉस्पिटल ब्लॉक में रोज़ाना 3000 मरीज़ों का ओपीड़ी में इलाज होता है. इससे न सिर्फ़ इन्हें मुफ़्त इलाज से वंचित होना पड़ेगा. बल्कि, इलाज पर ज़्यादा पैसा खर्च करना पड़ेगा.