कानपुर के सीएसजेएमयू में विधान परिषद सदस्य ने सुनी शिक्षकों की समस्याएं

 
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छत्रपतिशाहूजी महाराज विश्वविद्यालय तथा अनुदानित एवं स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों के शिक्षकों की समस्याओं को जानने तथा उनके निवारण हेतु आकादमिक भवन में बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें अरुण कुमार पाठक, उन्नाव-कानपुर, स्नातक विधान परिषद सदस्य ने शिक्षकों की समस्याएं सुनी। उन्होंने कहा कि संबद्ध कॉलेजों से आये विभिन्न शिक्षकों की समस्याएं तथा उसके निवारण के लिए सभी स्तरों पर मदद करेंगे। इसे सरकार के पटल पर रखा जायेगा तथा उच्च सदन में भी इन समस्याओं को उठाकर सरकार से सकारात्मक परिणाम दिलाने की हर संभव कोशिश होगी। उन्होंने कहा कि बैठक का उद्देश्य यह है कि शिक्षक अपनी समस्याओं को साझा कर सके, जिससे उनकी बात को सरकार तक पहुंचाया जा सके।

बैठक में कूटा अध्यक्ष डॉ. बी.डी पाण्डेय ने विधान परिषद सदस्य अरुण पाठक के समक्ष शिक्षकों की कई समस्याओं को उठाया। उन्होंने शिक्षकों की अधिवर्षता आयु 65 वर्ष करने की मांग के साथ मेडिकल सुविधा उपल्बध कराने पर भी जोर दिया। डॉ. पाण्डेय ने कहा कि प्रोफेसर का पदनाम हर शिक्षक को उसकी अर्हता तिथि से दिया जाए और नए संकायों को पेंशन का लाभ मिल सके, ऐसे कदम उठाए जाने चाहिए। भारतीय विचारक समिति के प्रतिनिधि उमेशचंद्र दीक्षित ने उन्नाव तथा कानपुर के शिक्षकों की समस्याओं पर प्रकाश डाला। इस मौके पर प्रति कुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी, सीडीसी डॉयरेक्टर डॉ. आर.के. द्विवेदी, सुनंदा दुबे, प्राचार्या, डी.जी. कॉलेज, अनिल कुमार मिश्रा, प्राचार्य, डी.बी.सी. कॉलेज समेत विभिन्न कॉलेजों के शिक्षकगण उपस्थित रहे।