सिद्धनाथ घाट पर धूमधाम से मनाया गया गंगा दशहरा,हुआ भव्य गंगा आरती का आयोजन

हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी गंगा दशहरा का पर्व कानपुर के सभी घाटों पर धूमधाम से मनाया गया आपको बता दें जेष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी पर गंगा दशहरा पर्व का आयोजन किया जाता है ऐसी मान्यता है कि गंगा दशहरा पर गंगा का धरती पर आगमन हुआ था
इसको लेकर कुछ मान्यता ऐसी भी है कि इस दिन गंगा स्नान करने से विशेष फल मिलता है बाल योगी अरुण चैतन्य पुरी महाराज ने बताया कि इस दिन भगवान शंकर का अभिषेक करना फलदाई माना जाता है इस पर्व पर खरबूजा हाथ का पंखा छाता सत्तू मटका आदि विभिन्न सामग्रियां दान करने की विशेष मान्यता है इस पर्व पर आशा देवी मंदिर के महंत आशुतोष गिरी ने बताया राजा भागीरथ की प्रतिज्ञा से प्रसन्न होकर भगवान ब्रह्मा ने गंगा को वरदान दिया था इसके बाद माता गंगा के वेग को संभालने के लिए भगवान शिव ने अपनी जटाओं में उन्हें धारण किया था गंगा दशहरा के पावन पर्व पर गंगा स्नान करने से हर प्रकार के पापों का नाश होता है अखिल भारती मठ मंदिर समन्वय समिति की ओर से शहर के समस्त घाटों पर एक साथ सुबह 8:00 से 10:00 तक मां गंगा का श्रंगार किया गया ।सिद्धनाथ घाट पर मां दुर्गा जन्म उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया गया इस अवसर पर भजन संध्या एवं एक विशाल भंडारे का आयोजन भी किया गया।