हिजाब मामले पर सपा महानगर अध्यक्ष रुबीना खानम ने दिया विवादित बयान

कर्नाटक हिजाब मामला लगातार चर्चा में बना हुआ है.....ऐसे में नेताओं के बयान आग में घी डालने का काम कर रहे हैं दरअसल अलीगढ़ में हिजाब मामले पर सपा की महानगर अध्यक्ष रुबीना खानम ने एक विवादित बयान दिया जिसमे उन्होंने कहा कि हिजाब पर हाथ डालने वालों का हाथ काट देंगे....भारत विविधताओं का देश है....यहां माथे का तिलक हो या पगड़ी, घूंघट हो या हिजाब, ये सब हमारी संस्कृति और परंपराओं का अटूट हिस्सा है आइए देखते है और क्या कुछ कहा
कर्नाटक के उडप्पी में मुस्लिम छात्राओं के हिजाब विवाद को लेकर देश में सियासत जारी है. इस बीच अलीगढ़ की समाजवादी पार्टी महानगर अध्यक्ष रुबीना खानम ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि भारत विविधताओं का देश है, यहां माथे का तिलक हो या पगड़ी, घूंघट हो या हिजाब, यह सब हमारी संस्कृति और परंपराओं का अटूट हिस्सा है. इसके साथ रुबीना ने कहा कि हम हिजाब पर हाथ डालने वालों का हाथ काट देंगे. इसके साथ सपा की महानगर अध्यक्ष रुबीना खानम ने कहा कि कर्नाटक का हिजाब मामला हमारे देश की बहन बेटियों के मान सम्मान पर हमला है. हमारे हिजाब या हमारे आंचल पर जो भी हाथ डालेगा हम उसके हाथ काट देंगे. हिजाब पर राजनीति करना गलत है. साथ कहा कि अब कलयुगी रावण अब हमारे हिजाब का चीर हरण करेंगे. मैं उनको बता देना चाहती हूं कि महिलाओं को कमजोर न समझें, हम कुछ भी कर सकते हैं. इसके साथ रुबीना खानम ने कहा कि सरकार चाहे किसी भी पार्टी की हो. यदि बहन-बेटियों के आत्म सम्मान पर हाथ डालेंगे तो हम झांसी की रानी और रजिया सुल्तान बनकर उनके हाथ काट डालेंगे.
कर्नाटक में उडुपी से भारतीय जनता पार्टी के विधायक के रघुपति भट ने शुक्रवार को उडुपी में सरकारी प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज में शुरू हुए हिजाब विवाद की एनआईए से जांच कराने की मांग की है. कॉलेज विकास समिति के अध्यक्ष भट ने एक बयान में आरोप लगाया कि छात्रों ने कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया के इशारे पर कर्नाटक उच्च न्यायालय के अंतरिम आदेश पर सवाल उठाते हुए उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है.
इसके साथ उन्होंने आरोप लगाया कि कॉलेज की छह मुस्लिम छात्राओं ने पिछले साल अक्टूबर-नवंबर में ट्विटर अकाउंट खोले थे और अपने अकाउंट पर सीएफआई के बयानों की सामग्री पोस्ट की थी, जो ‘राष्ट्र-विरोधी’ थी. विधायक ने कहा कि उन्होंने ट्वीट किया था कि बाबरी मस्जिद मामले में मुस्लिम समुदाय को न्याय नहीं मिला और वे अपना हक पाने के लिए किसी भी कीमत पर संघर्ष करेंगे. विधायक ने दावा किया कि उडुपी में मुस्लिम नेता नहीं चाहते कि दोनों समुदायों के बीच कोई मनमुटाव हो और बाहर के लोग जिले में शांति भंग करने की साजिश रचकर परेशानी पैदा कर रहे हैं.