साध्वी ऋतंभरा जी का भव्य स्वागत

रम पूज्य वात्सल्य मूर्ति साध्वी ऋतंभरा जी का मारुति धाम आश्रम गुड बेली पर प्रथम बार आगमन पर सीता बहन जी द्वारा भव्य स्वागत अभिनंदन वंदन किया गया इस अवसर पर साध्वी ऋतंभरा जीने आशीर्वाद स्वरुप कहा कि माता सीता के जीवन की एक विशेषता यह थी कि अपने पति श्री राम से विलुप्त हो जाने के बाद माता सीता वन में रही और लव और कुश को जन्म दिया और अच्छे संस्कार प्रदान किए जब लव और कुश अयोध्या में रामायण की कथा गारहे थे तब सभी अयोध्यावासी की आंखों में पश्चाताप आत्मग्लानि और द्रवित ता केआंसू बह रहे थे और आत्मग्लानि भी हो रही थी कीयह बालक इतने तेजस्वी निकले कहने का आशय यह है कि संता ने साधनों से नहीं संस्कारों से पैदा होती है साध्वी ऋतंभरा जी ने कहा कि हमें प्रतिदिन आत्मा परीक्षण करना चाहिए और यह देखना चाहिए कि हमारे में कितना दोष है उन दोषों को दूर करने का प्रयास करना चाहिए हमें दूसरों के दोष नहीं देखना चाहिए
*इस अवसर पर समाजसेवी ओम प्रकाश जी बटवाल ओम प्रकाश जी गुप्ता वकील साहब पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष पिपलिया मंडी प्रवीण जी गुप्ता पत्रकार* *राधेश्याम बैरागी ओम प्रकाश जी गहलोत मंडल अध्यक्ष सामंत सिंह शक्तावत इंद्रजीत भट्ट बने सिंह शक्तावत ओम प्रकाश जी चौहान राम प्रहलाद पाटीदार राधेश्याम जी चौहान कालू लाल जी प्रजापत सहित अनेक भक्तों ने और बड़ी संख्या में माता और बहनों ने साध्वी रितंभरा जी का आत्मिक स्वागत किया और आशीर्वाद प्राप्त किया*