कॉम्प्लैक्स अग्निकांड: जी जान से जुटे मददगार, कोई झुलसा, कोई हुआ घायल

 
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कानपुर में बांसमंडी के थोक कपड़ा बाजार में हुए अग्निकांड में लोगों ने एक दूसरे की मदद करके इंसानियत की मिसाल पेश की है। पड़ोसियों की मदद में लोग जी जान से जुटे हुए हैं। पड़ोसियों के घरों से सामान निकालने से लेकर इमारतों में लगी आग को बुझवाने तक में लोग अपनी सहभागिता निभाते दिखे।

शनिवार को सुपर हमराज कॉम्प्लेक्स से सटे घरों में आग की लपटें पहुंचने से घरों में रहने वाले लोगों में चीख-पुकार मच गई थी। अग्निशमन विभाग के अफसरों ने लोगों को घरों को खाली करने के निर्देश दे दिए। इस पर आसपास रहने वाले लोगों ने मानवता के नाते उनकी मदद की। कॉम्प्लेक्स के ठीक बगल में रबर फैक्टरी मालिक परवेज का तीन मंजिला घर है। उन्होंने बताया कि पड़ोस में रहने वाले अली खान, मो. फैज, शहबाज, आरिफ आदि ने मिलकर बिना अपनी जान की परवाह किए घर में घुसकर उनका सारा सामान बाहर निकलवाया। भारी भरकम फ्रिज निकलवाने के दौरान सभी सीढ़ियों पर गिरकर घायल हो गए। इसके बाद भी उनका जज्बा कम नहीं हुआ। रविवार को भी अग्निशमन कर्मचारियों के साथ मिलकर आग बुझाने का प्रयास करते रहे। इस दौरान मो. फैज, आरिफ के हाथ भी गर्म शटर को छूने से झुलस गए।

आईआईटी करेगी जांच मकान गिराऊ है या नहीं
कानपुर में हुए अग्निकांड की चपेट में आईं इमारतों की जांच के लिए आईआईटी कानपुर की टीम को जिम्मेदारी सौंपी हैं।आईआईटी के डीन ऑफ इंफ्रास्ट्रक्चर पो. समित राय चौधरी के निर्देशन में टीम जांच कर अपनी रिपोर्ट सौंपेंगी। टीम इमारतों की मजबूती को जांचेगी कि अब यह इमारत रहने लायक है या नहीं। आईआईटी की रिपोर्ट के आधार पर इमारतों की दिशा दशा तय होगी। बांसमंडी में हुए अग्निकांड की चपेट में पांच टॉवर पूरी तरह जल गए हैं। जिला प्रशासन ने इमारतों की मजबूती की जांच आईआईटी कानपुर को सौंपी गई है। आईआईटी निदेशक प्रो. अभय करंदीकर ने कहा कि अग्निकांड की चपेट में आई इमारतों को जांचा जाएगा