बिकरु कांड का आरोपी गैंगेस्टर जय बाजपेई के ऊपर फिर गिरी गाज।

 
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बिकरू कांड में जय बाजपेई भी आरोपी बना था। आरोप है कि उसने विकास दुबे को वारदात के लिए रकम और असलहा-कारतूस मुहैया कराए थे। साथ ही बदमाशों को फरार कराने के लिए अपनी गाड़ियां भी भेजी थीं। तभी से वह जेल में बंद हैं। गैंगस्टर व एनएसए लगने के साथ ही कुछ दिन पहले उसे भूमाफिया घोषित किया गया है।

गैंगस्टर जय बाजपेई समेत 53 लोगों के खिलाफ ईओडब्ल्यू ने जांच शुरू कर दी है। अधिवक्ता सौरभ भदौरिया की शिकायत का संज्ञान लेकर शासन ने निर्देश जारी किए हैं। सोमवार को ईओडब्ल्यू के जांच अधिकारी अधिवक्ता के बयान दर्ज करेंगे। जांच में जय के तमाम करीबी जद में आ सकते हैं।

पहले भी एक जांच उसके खिलाफ हो चुकी है। बिकरू कांड में जय बाजपेई भी आरोपी बना था। आरोप है कि उसने विकास दुबे को वारदात के लिए रकम और असलहा-कारतूस मुहैया कराए थे। साथ ही बदमाशों को फरार कराने के लिए अपनी गाड़ियां भी भेजी थीं। तभी से वह जेल में बंद हैं।

गैंगस्टर व एनएसए लगने के साथ ही कुछ दिन पहले उसे भूमाफिया घोषित किया गया है। अधिवक्ता सौरभ भदौरिया ने ईओडब्ल्यू में शिकायत कर जांच की मांग की थी। सौरभ के मुताबिक जांच के आदेश हो गए हैं। जय समेत 53 लोगों के खिलाफ जांच शुरू हुई है। इसमें 31 जय के साथ हैं, जबकि 21 पुलिसकर्मी हैं। ये पुलिसकर्मी जय व विकास अदि गिरोह के करीबी रहे हैं। जांच के सिलसिले में सौरभ को ईओडब्ल्यू के इंस्पेक्टर नरेश माथुर ने पत्र भेजकर सुबूत मांगे हैं। साथ ही बयान के लिए लखनऊ बुलाया है। सौरभ का दावा है कि उनके पास इन सभी की 650 करोड़ रुपये की संपत्तियों का ब्योरा है। इस संबंध में सभी सुबूत भी जांच एजेंसी को देंगे। ​​