गुजरात में भी है मिनी अफ्रीका, जहां पहली बार मतदान कर रहे मतदाता, बड़ी दिलचस्प है यहां की गाथा

अहमदाबाद। गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर गुरूवार की सुबह 89 सीटों पर मतदान जारी है। दोपहर 11 बजे तक करीब 20 फीसदी मतदान हो चुका है। इस बीच गुजरात के मिनी अफ्रीका गांव कहे जाने वाले जंबूर गांव के लोग काफी खुश हैं। दरअसल, पहली बार जंबूर गांव के लोगों के मतदान के लिए अलग से स्पेशल बूथ बनाया गया है। चुनाव के पहले चरण में पहली बार अपने विशेष जनजातीय बूथ में मतदान कर रहे हैं। इस मिनी-अफ्रीकी गांव के लोग अपने खास आदिवासी बूथ में मतदान करने से पहले काफी खुश हैं और जश्न मनाते देखे गए हैं।
एक विशेष बूथ बनाया गया
गुजरात विधानसभा चुनाव के शंखनाद होने के बाद बीजेपी से लेकर अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने यहां डेरा जमाया हुआ है। 1 दिसंबर को गुजरात की कुल 182 में से 89 सीटों पर मतदान जारी है। जबकि बची सीटों पर 5 को वोट डाले जाएंगे। इसबीच गुजरात का जंबूर गांव खास गदगद है। इसे मिनी-अफ्रीकी गांव कहा जाता है। आजादी के बाद पहली बार ग्रामीण अपने मताघिकार का प्रयोग कर रहे हैं। मिनी अफ्रीका गांव के रहने वाले रहमान ने बताया कि बहुत खुशी की बात है कि उनके लिए एक विशेष बूथ बनाया गया है। उन्होंने कहा कि हम वर्षों से इस गांव में रह रहे हैं। लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है जिससे हमें बहुत खुशी हो रही है।
अफ्रीका से आए थे पूर्वज
रहमान ने बताया कि हमारे पूर्वज अफ्रीका से थे और हम कई साल पहले भारत आए थे। जब जूनागढ़ में किला बन रहा था, तो हमारे पूर्वज काम के लिए यहां आए थे, पहले हम रतनपुर गांव में बस गए और फिर धीरे-धीरे जांवर गांव में बस गए। उन्होंने कहा कि अपनी अफ्रीकी जड़ों के बावजूद वे भारतीय और गुजराती परंपराओं का पालन करते हैं।
दो नदियों के बीच में स्थित है जंबूर
तलाला से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले अब्दुल मगुज भाई ने कहा कि क्षेत्र में स्थानीय समुदाय पीड़ित है। उन्होंने बताया कि हमारा जंबूर गांव दो नदियों के बीच में स्थित है। यहां सभी एक साथ रहते हैं। अब्दुल मगुज भाई ने कहा कि मैं यहां से तीसरी बार चुनाव लड़ रहा हूं। हम विधानसभा जाना चाहते हैं। हम सिद्धि आदिवासी समुदाय के रूप में जाने जाते हैं। सरकार आदिवासियों की मदद करती रहती है, इसमें कोई समस्या नहीं है, लेकिन हमारा स्थानीय समुदाय यहां पीड़ित है, हमें बहुत सुविधाएं नहीं मिलती हैं।
खेती-किसानी मुख्य पेशा
अब्दुल ने बताया कि, यहां खेती समुदाय का मुख्य पेशा है। उन्होंने कहा, “खेती के अलावा, हमारे समुदाय के लोग स्थानीय जस सिद्धि आदिवासी नृत्य करते हैं। पर्यटकों द्वारा देखे गए विभिन्न स्थानों पर कार्यक्रम किए जाते हैं। यह हमारी आय का स्रोत भी है। उन्होंने कहा कि, सरकार से अपने क्षेत्र के विकास के लिए बात की गई है। कुछ समस्याओं का निराकरण भी हुआ है। यहां खेती के लिए पानी की समस्या है। स्कूल और स्वास्थ्य जैसी समस्याओं से ग्रामीण हर दिन जूझते हैं।
पहले चरण के लिए जारी है मतदान
गुजरात में पहले चरण के मतदान सुबह 8 बजे से शुरू हो चुके हैं और शाम 5 बजे तक जारी रहेगें। चुनाव में कुल 39 राजनीतिक दल चुनाव लड़ रहे हैं और उन्होंने 788 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है जिनमें 718 पुरुष उम्मीदवार और 70 महिला उम्मीदवार शामिल हैं। गुजरात में दुसरे चरण के मतदान बाकी बची 93 सीटों के लिए 5 दिसंबर को होंगें। वहीं चुनाव के नतीजे 8 दिसंबर को आयेगें।