प्रतिबंध के बावजूद गर्भगृह में बैग लेकर पहुंचीं अभिनेता गोविंदा की पत्नी

विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में सोमवार की दोपहर फिल्म अभिनेता गोविंदा की पत्नी सुनीता आहूजा बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंची थीं। मंदिर के पुजारी पंडित रमण त्रिवेदी ने उन्हें गर्भगृह में ले जाकर बाबा महाकाल का पूजन अर्चन और अभिषेक करवाया था। उन्होंने यह भी बताया था कि फिल्म अभिनेता गोविंदा और उनका परिवार बाबा महाकाल के भक्त हैं। इसीलिए मंदिर में समय-समय पर यह लोग दर्शन करने आते हैं। सुनीता आहूजा द्वारा बाबा महाकाल के दर्शन करने और उनका आशीर्वाद लेने तक तो ठीक था। लेकिन दर्शन के दौरान एक बड़ी गलती उस समय सामने आई जब सुनीता आहूजा अपने साथ बड़ा सा बैग लेकर गर्भगृह में भगवान की पूजा अर्चना करते नजर आईं। इस मामले को लेकर अब तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।
वैसे तो मंदिर के गर्भगृह में बैग, झोला और पॉलिथीन ले जाने पर पूरी तरह प्रतिबंध है। इन नियमों का पालन हो इसीलिए मंदिर में गर्भगृह निरीक्षक के साथ ही नंदी हॉल निरीक्षक भी यहां तैनात कर रखे हैं। ये निरीक्षक सामान्य दर्शनार्थियों द्वारा श्रद्धा से लाए गए प्रसाद को भी बाबा महाकाल के गर्भगृह तक नहीं पहुंचने देते हैं। वहीं, इन जिम्मेदारों को सुनीता आहूजा का बैग नजर नहीं आया और वह बैग लेकर गर्भगृह में प्रवेश कर गईं। जहां उन्होंने बैग को साथ लेकर बाबा महाकाल का पूजन अर्चन और जलाभिषेक भी किया।
महाकाल मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने कहा कि यह मामला मेरे संज्ञान में आया है। मैंने इसके फोटो वीडियो निकलवा लिए हैं। मैं इस मामले को दिखवाता हूं।
बजरंग दल जिला संयोजक कार्रवाई की मांग की
बाबा महाकाल के गर्भगृह में फिल्म अभिनेता गोविंदा की पत्नी द्वारा बैग ले जाने के मामले में बजरंग दल जिला संयोजक अंकित चौबे ने इस घटना को सुरक्षा की दृष्टि से गलत बताया। उन्होंने कहा कि देश प्रदेशों से बाबा महाकाल के दरबार में आने वाले श्रद्धालुओं की भावना रहती है कि वह बाबा महाकाल को अपने यहां से लाया गया प्रसाद अर्पित करें। लेकिन मंदिर में तैनात सुरक्षाकर्मी श्रद्धालुओं की भावना को समझने के बावजूद भी इस प्रसादी को बेरीकेड में लगे पटिए से आगे तक नहीं पहुंचाते हैं।
उन्होंने कहा कि लेकिन एक वीआईपी अपने साथ चमड़े या रैग्जीन का बैग लेकर गर्भगृह में पहुंच जाता है और इन्हें रोकने के लिए सुरक्षाकर्मी कुछ नहीं करते? क्या मंदिर में वीआईपी और रसूखदारों के लिए सब कुछ छूट है? महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के लिए अभिनेता गोविंदा की पत्नी वीआईपी हो सकती हैं, लेकिन बाबा महाकाल के लिए वह सिर्फ आम श्रद्धालु हैं। इस पूरे मामले की जांच की जाना चाहिए और जो भी दोषी है उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही यह भी ध्यान रखना चाहिए कि इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो।