
पीआर न्यूज़ इंडिया के संवाददाता ने एनएमएमएस ऐप पर 29 मई 2025 की हाजिरी जांची, जिससे यह गड़बड़ी उजागर हुई। जब महिला मेट सुचित्रा से इस विषय में बातचीत की गई, तो उन्होंने बताया कि उनकी शादी एक साल पहले हो चुकी है और वह पिछले कई महीनों से अपने पति राजू के साथ रुद्रपुर में रह रही हैं। सुचित्रा ने बताया कि शादी के बाद उन्होंने ग्राम प्रधान विधु बैरागी से अनुरोध किया था कि उनका नाम हटवा दिया जाए। लेकिन प्रधान ने उनकी आईडी का दुरुपयोग करते हुए लगातार फर्जी हाजिरी दर्ज कराई। इस खुलासे के बाद यह स्पष्ट हो गया कि मनरेगा कार्यों में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हो रही थी। सरकारी धन का दुरुपयोग कर फर्जी हाजिरी के माध्यम से भुगतान किया जा रहा था।
प्रशासन की जिम्मेदारी अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है। यदि इस तरह की गड़बड़ियों पर सख्त कार्रवाई नहीं की गई, तो मनरेगा जैसी महत्वपूर्ण योजना का उचित लाभ जरूरतमंद मजदूरों तक नहीं पहुंच पाएगा।
पी आर न्यूज़ इंडिया
पीलीभीत