
दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणाम सामने आ चुके हैं। भारतीय जनता पार्टी ने 26 साल बाद ऐतिहासिक वापसी करते हुए आम आदमी पार्टी को बुरी तरह धूल चटा दी है। आलम यह है कि सीएम आतिशी मार्लेना को छोड़कर लगभग पूरी कैबिनेट को हार मिली है। आप की हार और भाजपा की जीत के साथ ही दिल्ली की शकूर बस्ती सीट पर जीते करनैल सिंह की भी खूब चर्चा हो रही है। 10वीं पास करनैल सिंह ने आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सत्येंद्र जैन को चुनावी मैदान में पटखनी दी है।
दिल्ली की हॉट सीट में शुमार शकूर बस्ती सीट पर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता सत्येंद्र जैन चुनाव मैदान में थे। उन्हें भाजपा के करनैल सिंह ने 20998 वोटों से हराया है। करनैल सिंह को 56869 वोट मिले। वहीं, सत्येंद्र जैन ने 35871 वोट हासिल किए। वहीं कांग्रेस से सतीश लूथरा भी चुनाव मैदान में थे, लेकिन उन्हें बड़ी हार का सामना करना पड़ा है। पिछले दो विधानसभा चुनाव में इस सीट पर आप का कब्जा रहा, लेकिन इस बार यहां आप का तिलिस्म टूट गया।
करनैल सिंह के ने 25,00,000 रुपये की बीमा पॉलिसी ले रखी है। इसके साथ ही उनके पास 4,00,000 रुपये से ज्यादा का सोने के गहने हैं। वहीं, करनैल सिंह के पास एक हीरों से जड़ी घड़ी भी है। जिसकी कीमत दस लाख रुपये से ज्यादा है। इतना ही नहीं करनैल सिंह एक हीरे से जड़ी अंगूठी भी पहनते हैं जो दो लाख से ज्यादा रुपये की है।
करनैल सिंह दिल्ली की नई विधानसभा के सबसे अमीर विधायक हैं। नामांकन के दौरान दाखिल हलफनामे के मुताबिक, करनैल सिंह अकूत धन-संपदा के मालिक हैं। उनके पास 2,59,67,36,090 करोड़ रुपये की संपत्ति है। भारत से लेकर अमेरिका तक उनका साम्राज्य फैला हुआ है।
करनैल सिंह की संपत्ति भारत में नहीं है, बल्कि अमेरिका में भी उनके चार घर हैं। जिनकी कीमत 162 करोड़ से भी ज्यादा है। इन चार घरों में से तीन उनके नाम पर और एक उनकी पत्नी तेलु सिंह के नाम पर हैं। वहीं, सोनीपत हरियाणा में भी करनैल सिंह के चार घर हैं, जिसमें दो उनके नाम और दो उनकी पत्नी के नाम पर हैं।
वहीं, करनैल सिंह के पास हरियाणा के मुरथल रोड़ पर एक फॉर्म हाउस, लरसौली सोनीपत, बद्दी में भी कई एकड़ के फॉर्म हाउस हैं। जिनकी कीमत साठ करोड़ रुपये से भी ज्यादा है। इतना ही नहीं, करनैल सिंह के पास सोनीपत के छोटी मस्जिद इलाके में एक दुकान भी है, जो 55 लाख रुपये की है।
करनैल सिंह के साथ-साथ उनकी पत्नी तेलु सिंह भी करोड़ों की मालकिन हैं। तेलु सिंह के पास सोना-जवाहरात और कैश मिलाकर 25,37,400 रुपये की संपत्ति है। वहीं 32 करोड़ से ज्यादा की अचल संपत्ति भी उनके नाम पर है।
हरियाणा के सोनीपत से आने वाले करनैल सिंह मात्र 10वीं तक पढ़े हैं। उन्होंने सोनीपत के एसडीएम हाई स्कूल हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड से 1954 में 10वीं की थी।
शकूर बस्ती सीट पर पहला चुनाव साल 1972 में हुआ था। इस चुनाव में भाकपा और भारतीय जनसंघ का मुकाबला हुआ था। चुनाव परिणाम भाकपा के टिकट पर उतरे श्री चंद के पक्ष में रहा। उन्होंने भारतीय जनसंघ के बनारसी दास को 9287 मत से शिकस्त दी थी। 1977 के चुनाव में शकूर बस्ती में जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच में भिड़ंत हुई। इसमें जनता पार्टी के उम्मीदवार राम गोपाल सिसोदिया को जीत मिली थी जिन्होंने कांग्रेस के सतीश कुमार को 5064 वोट से हराया था।
1983 में हुए चुनाव में शकूर बस्ती सीट पर कांग्रेस ने सफलता हासिल की। पार्टी की तरफ से उतरे एस.सी. वत्स ने भाजपा नेता जनार्दन गुप्ता को 7735 वोट से हराया था। साल 1993 में हुए विधानसभा चुनाव में शकूर बस्ती सीट पर भाजपा को जीत मिली। 2003 में फिर यहां से कांग्रेस ने जीत का स्वाद चखा। 2008 में कांग्रेस ने यहां से फिर जीत हासिल की और पार्टी के उम्मीदवार डॉ. एससी वत्स ने भाजपा के गौरी शंकर भारद्वाज को शिकस्त दी। साल 2013 में दिल्ली की राजनीति में आप के उदय के बाद से पिछले दो चुनाव में शकूर बस्ती सीट पर आप के सत्येंद्र जैन विजेता रहे।