अखिलेश यादव ने लगाया फर्जी मतदान का आरोप, कहा महिलाओं का बुर्का हटाकर किया गया अपमानित

सपा के अखिलेश यादव ने कहा है कि अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में भाजपा सरकार के इशारे पर लोकतंत्र और निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया की धज्जियां उड़ाई गईं। भाजपा कार्यकर्ता और प्रशासन के अधिकारियों ने कई जगहों पर फर्जी वोटिंग की और जमकर धांधली की। सपा प्रमुख ने बुधवार को मिल्कीपुर मतदान के बाद जारी बयान में कहा कि पुलिस-प्रशासन का रवैया अलोकतांत्रिक रहा। दर्जनों बूथों पर सपा के बूथ एजेंटों को डराया-धमकाया गया। भाजपा ने बेईमानी के लिए हर तरह के हथकंडे अपनाए। भाजपा के गुंडों ने उपचुनाव को प्रभावित करने के लिए अराजकता की। पुलिस-प्रशासन को उन्हें खुला संरक्षण मिला। पुलिस-प्रशासन ने भाजपा के गुंडों को खुली छूट देकर चुनाव आचार संहिता का घोर उल्लंघन किया।
उन्होंने कहा कि कई बूथों पर प्रशासन और बीएलओ ने फर्जी मतदान कराया। भाजपा के सत्ता संरक्षित लोगों ने बाहर से गुंडों को बुलाकर फर्जी वोटिंग करवाई। बूथ संख्या 158 पर एसडीएम द्वारा खुद बूथ कैप्चरिंग की शिकायत कर चुनाव आयोग से अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के समर्थकों ने खुद स्वीकार किया है कि उन्होंने फर्जी मतदान किया है। अकेले एक व्यक्ति ने छह वोट डाल दिए। फर्जी मतदान करते हुए कुछ लोगों को सपा प्रत्याशी अजीत प्रसाद ने स्वयं पकड़ा है।
अखिलेश यादव ने कहा कि मिल्कीपुर उपचुनाव में रायपट्टी अमानीगंज में फर्जी वोट डालने की बात अपने मुंह से कहने वाले ने साफ कर दिया कि भाजपा सरकार में अधिकारी किस तरह से धांधली में लिप्त हैं। निर्वाचन आयोग को और क्या सबूत चाहिए। अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने सोशल मीडिया के जरिए चुनाव आयोग से शिकायत की कि कुछ बूथों पर सेक्टर मजिस्ट्रेट अश्वनी कुमार एवं चौकी प्रभारी खंडासा अनुराग पाठक व पीठासीन अधिकारी ने मिलकर मतदान को प्रभावित किया।
मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में कई मतदान केन्द्रों पर समाजवादी पार्टी के एजेंटों को या तो बाहर कर दिया गया या एजेंट ही नहीं बनाया गया। ज्यादातर बूथों पर ईवीएम खराब होने की शिकायतें मिलीं। ईवीएम तो कई जगह खराब रही, परंतु कुटिया अमानीगंज की 2 घंटे से ज्यादा मशीन खराब रही और मतदान बाधित रहा। पर्ची के बावजूद कई जगहों पर मतदाताओं को वोट नहीं डालने दिया गया। मुस्लिम महिलाओं का बुर्का हटाकर उनकी पहचान करने के बहाने उन्हें भयभीत और अपमानित किया गया।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने चुनाव प्रक्रिया को ध्वस्त कर दिया है। वह लोकतंत्र की हत्या करने पर आमादा है। भाजपा सरकार और प्रशासन ने खुलेआम चुनाव प्रक्रिया का अपहरण कर लिया है। उपचुनाव सिर्फ खानापूर्ति आयोजन बनकर रह गया है। सरकार के अधिकारी, कर्मचारी खुलेआम फर्जी मतदान कर रहे हैं। समाजवादी पार्टी के समर्थक वोटरों को वोट नहीं डालने दिया गया।