अखिलेश यादव ने संभल में डेलिगेशन भेजने का किया ऐलान, पुलिस ने रोका क्यों
उत्तर प्रदेश के संभल जिले में पिछले कुछ दिनों से तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हुई हिंसा में चार लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि पुलिसकर्मियों सहित कई लोग घायल हुए हैं। इस हिंसा को लेकर विपक्षी दल पुलिस प्रशासन पर आरोप लगा रहे हैं। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी इस मामले में सक्रिय हो गए हैं। उनके निर्देश पर समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल आज संभल जाएगा, जहां वह हुई हिंसा की जानकारी लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष को रिपोर्ट सौंपेगा
हालांकि, पुलिस ने समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को संभल जाने की अनुमति नहीं दी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, जिन नेताओं ने संभल जाने का ऐलान किया था, उन्हें उनकी वर्तमान स्थान पर ही डिटेन किया जा रहा है। पुलिस ने यह स्पष्ट किया है कि संभल जिले में किसी को भी प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा, और यदि कोई कोशिश करेगा तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा
समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल जिसमें कुल 12 नेता शामिल होंगे, हिंसा की जानकारी लेने के लिए संभल जाएगा। इस प्रतिनिधिमंडल में विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे सहित कई सांसद भी शामिल हैं। पुलिस की ओर से इस कड़े कदम के बाद विपक्षी नेताओं में असंतोष है, और मामले को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है