आफत बनकर टूटा अवनीष गैंग पर अगस्त का महीना
अगस्त का महीना तथाकथित पत्रकार पर असल में वसूलीबाज और कई मामलों में अभियुक्त का दर्जा पा चुके अवनीश और उसके गैंग के लिए आफत बन कर टूटा।
“दर्द बढ़ता गया ज्यों ज्यों दवा की मैंने” कुछ इसी तर्ज पर अवनीश के खिलाफ कार्रवाई की बात थोड़ा पहले ही सामने आने लगी थी। इलाज भी शुरू किया गया। पर मामला शांत नहीं हो पाया। सिविल लाइंस स्थित नजूल की करोड़ों रुपये की जमीन के एक पक्षकार रहे सैमुएल गुरुदेव सिंह ने बीते 28 जुलाई को अवनीश दीक्षित समेत 12 नामजद व 20 से 25 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ डकैती, रंगदारी, छेड़छाड़ समेत अन्य संगीन धाराओं मंर मुकदमा दर्ज कराया था।
पुलिस की मेहरबानियां
पुलिस ने अवनीश को गिरफ्तार कर जेल भेजने के बाद संगठित अपराध की धाराएं और बढ़ा दीं। 13 अगस्त को पुलिस ने अवनीश को 10 दिन की रिमांड पर लिया था। हालांकि पुलिस की मेहरबानी से एक दिन पहले ही उसे कोर्ट में पेशकर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। उसके बाद विभिन्न मामलों में तकरीबन आधा सैकड़ा लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। जिसमें से 40 गैर नामजद हैं।
वसीम खान समेत 55 अपराधी घेरे में
वहीं, बच्चों की कनपटी पर पिस्तौल रखकर मकान पर कब्जा कर लेने वाले अवनीश के साथी मो. वसीम खान की अग्रिम जमानत अर्जी अपर जिला जज षष्टम ने खारिज कर दी है। डिप्टी का पड़ाव निवासी मो. मुफीद खान ने अनवरगंज थाने में 30 जुलाई को फर्जी तरीके से जमीन हड़पने और बच्चों की कनपटी पर पिस्तौल रखकर जानमाल की धमकी के मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें आरोपी अवनीश का साथी तथाकथित पत्रकार मो. वसीम खान भी आरोपी है। वसीम ने गिरफ्तारी से बचने के लिए अग्रिम जमानत अर्जी दाखिल की थी जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया है।
कानपुर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश गिरोह के सक्रिय दो सदस्यों की तलाश में चकेरी पुलिस ने लगातार दबिश दे रही है। कभी वर्दी में तो कभी सादी वर्दी में लगातार दबिश दे रही है। बीते सोमवार को भी दबिश दी गई पर पुलिस के पहुंचने से पूर्व गिरोह के सदस्य फरार हो गए। दोनों में से एक के खिलाफ चकेरी थाने में 12 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
पुलिस उपायुक्त पूर्वी श्रवण कुमार ने बताया कि अवनीश गिरोह के सक्रिय सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए लगातार तलाश की जा रही है। संभावित स्थानों पर टीमें दबिश दे रही हैं। इसी क्रम में चकेरी थाने की पुलिस टीम ने मंगला विहार प्रथम निवासी अमन तिवारी पुत्र स्वर्गीय अवधेश तिवारी एवं न्यू आजाद नगर निवासी अमन बाजपेयी उर्फ रिक्की पुत्र राजकुमार बाजपेयी की तलाश में मुखबिर की सूचना पर दोनों के घर पर दबिश दी। लेकिन दोनों घर पर नहीं मिले। एक मामले की आंच कमलेश फाइटर तक पहुंची तो वह भी फरार हो लिया।
वहीं पूर्व उपाध्यक्ष नीरज अवस्थी, प्रदीप श्रीवास्तव और मंतजिर अंसारी समेत 40 से 50 लोगों के खिलाफ रविवार देर रात मकान पर अवैध कब्जे के एक मामले में रिपोर्ट दर्ज की गई। ऐसा लगता है जैसे यह सब प्रेस क्लब के नहीं बल्कि वीरप्पन गिरोह के सदस्य हैं। हालांकि वीरप्पन तो मारा जा चुका है। पर इस गिरोह का सरगना तो फिलहाल जेल की सलाखों के पीछे है।
नरवल के गौरव सिंह पशुओं का व्यापार करते हैं। 14 अगस्त की शाम बर्रा थाना क्षेत्र में दिवस पांडे और एक अन्य फर्जी पत्रकार ने उनसे मारपीट कर आठ हजार रुपये लूट लिए। आरोपियों ने हर महीने 10 हजार रुपये न देने पर फर्जी खबर चलाने और फर्जी मुकदमा लिखाकर जेल भिजवाने की धमकी दी। मामले की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
– पुलिन त्रिपाठी